रात के दरवाज़ों से लटके
martes, enero 18, 2022रात के दरवाज़ों से लटके हुए। अंधेरा हो जाता है और वह अंदर चला जाता है। बाकी चट्टानें। उसके पहले आँसू नीले पंख हैं। उनकी पहली स्मृति, एक शरीर। मैं तुम्हारे नंगे मुँह पर नहीं चढ़ सका। वे चावल के धान थे। जल क्षेत्र जो सूरजमुखी की जगह लेते हैं। आकाश को ऊपर की ओर बनाते हुए चक्कर लगाते हुए खेत। ट्रीटॉप्स में सपनों का जाल। वे सब्जी की नावें हैं जो हवा में नौकायन करती हैं।
पलिम्प्सेस्ट सुर पेंटिंग। मिरर उप-यथार्थवाद। यादृच्छिक अंतःपाठ्यता।
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